वह दिन अब लद
गए हैं, जब तत्काल टिकट के लिए पब्लिक को सूरज उगने से पहले ही रेलवे
रिजर्वेशन के बुकिंग काउंटर पर घंटों लाइन में खड़ा रहना पड़ता था। अब
तत्काल टिकटों की बुकिंग सुबह 8 बजे की जगह सुबह 10 बजे से शुरू होगी।
ट्रेन के शुरुआती स्टेशन से खुलने के एक दिन पहले से तत्काल बुकिंग हो
सकेगी। इसके अलावा, बुकिंग ओपन होने के 2 घंटे के दौरान (सुबह 10 बजे से 12
बजे के बीच) रेलवे के अधिकृत एजेंट भी ऑनलाइन या टिकट खिड़की से तत्काल
टिकटों की बुकिंग नहीं करा सकेंगे। कुछ जगह तत्काल टिकटों के लिए अलग
काउंटर बनाए गए हैं, जबकि बाकी जगह जल्द इसकी व्यवस्था शुरू करने की योजना
है। ऐसे बुकिंग काउंटर जहां तत्काल और नॉर्मल टिकट दोनों की बुकिंग होगी,
वहां सुबह 10 से 10.30 के बीच सिर्फ तत्काल टिकट मिलेंगे।
सीनियर डीसीएम अश्विनी श्रीवास्तव ने सोमवार को बताया कि रेलवे के सभी रिजर्वेशन सेंटरों पर मंगलवार से इस व्यवस्था को अंतिम रूप दे दिया गया है। श्रीवास्तव ने बताया कि स्कूलों में गर्मी की छुट्टियों और विवाह आदि के कारण तत्काल टिकट के दुरुपयोग की कई घटनाएं सामने आई हैं। इसके बाद रेलवे ने टिकटों की कालाबाजारी रोकने के लिए यह कदम उठाया है।
दरअसल, एक खास किस्म के सॉफ्टवेयर के सहारे लखनऊ-बस्ती और बिहार के कई इलाकों में टिकटों की कालाबाजारी पकड़ी गई है। यह सॉफ्टवेयर बेंगलुरु और अहमदाबाद से देश के तमाम हिस्सों में दलालों के पास पहुंच गया था, जिससे 1 मिनट में ही तत्काल सेवा की 10 टिकटें बन जाती हैं। एसी कोच का टिकट लेने के लिए यात्री को डेढ़ हजार रुपये तक अतिरिक्त देने पड़ते थे। श्रीवास्तव ने बताया कि दिल्ली से सभी केंद्रों को इसकी तैयारी करने के लिए कहा गया था। मुंबई-दिल्ली और कोलकाता से लेकर लखनऊ, पुणे और रायपुर में नई व्यवस्था मंगलवार से शुरू होने की संभावना है। हालांकि, रेलवे के इस नए फरमान की काट निकालने की कोशिश में एजेंट जुट गए हैं।
सीनियर डीसीएम अश्विनी श्रीवास्तव ने सोमवार को बताया कि रेलवे के सभी रिजर्वेशन सेंटरों पर मंगलवार से इस व्यवस्था को अंतिम रूप दे दिया गया है। श्रीवास्तव ने बताया कि स्कूलों में गर्मी की छुट्टियों और विवाह आदि के कारण तत्काल टिकट के दुरुपयोग की कई घटनाएं सामने आई हैं। इसके बाद रेलवे ने टिकटों की कालाबाजारी रोकने के लिए यह कदम उठाया है।
दरअसल, एक खास किस्म के सॉफ्टवेयर के सहारे लखनऊ-बस्ती और बिहार के कई इलाकों में टिकटों की कालाबाजारी पकड़ी गई है। यह सॉफ्टवेयर बेंगलुरु और अहमदाबाद से देश के तमाम हिस्सों में दलालों के पास पहुंच गया था, जिससे 1 मिनट में ही तत्काल सेवा की 10 टिकटें बन जाती हैं। एसी कोच का टिकट लेने के लिए यात्री को डेढ़ हजार रुपये तक अतिरिक्त देने पड़ते थे। श्रीवास्तव ने बताया कि दिल्ली से सभी केंद्रों को इसकी तैयारी करने के लिए कहा गया था। मुंबई-दिल्ली और कोलकाता से लेकर लखनऊ, पुणे और रायपुर में नई व्यवस्था मंगलवार से शुरू होने की संभावना है। हालांकि, रेलवे के इस नए फरमान की काट निकालने की कोशिश में एजेंट जुट गए हैं।
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