Sunday, 1 July 2012

फांसी से बचने के लिए सरबजीत ने कबूला इस्लामः सुरजीत.................

नई दिल्ली।। पाकिस्तान की जेल से 30 साल बाद छूटे सुरजीत सिंह ने खुलासा किया है कि लाहौर की कोट लखपत जेल में बंद सरबजीत सिंह ने फांसी से बचने के लिए इस्लाम कबूल कर लिया है।

सुरजीत के मुताबिक सरबजीत ने अपना नाम बदलकर सरफराज़ रख लिया है। सुरजीत के मुताबिक फांसी की सजा पाए एक दूसरे भारतीय कैदी कृपाल सिंह भी धर्म बदल चुका है। उसने अपना नाम मोहम्मद दीन रखा है।

शिरोमणी गुरुद्वारा प्रबंधक कमिटी के इंफर्मेशन सेंटर में रिपोर्टर्स से बात करते हुए सुरजीत ने कहा, 'सरबजीत और कृपाल सिंह ने इस्लाम कबूल कर लिया है। उन्होंने फांसी की सजा माफ होने की उम्मीद में ऐसा किया है। लेकिन उन्हें माफी नहीं दी गई। पाकिस्तान के अधिकारी अपने लोगों को भी माफी नहीं देते हैं। '

उधर, सरबजीत की बहन दलबीर कौर ने सरबजीत के इस्लाम कबूल करने की बात को गलत बताया है। उन्होंने कहा, 'यह सही नहीं है। सरबजीत गुरुसिख हैं और वह गुरुसिख ही रहेंगे। सरबजीत ने जेल में सिख गुरुओं की तस्वीरें और धार्मिक किताबें रखी हुई हैं। वह इन कितानों का रोज पाठ करते हैं।'

दलबीर ने कहा कि जब वह सरबजीत से मिलने पाकिस्तान की जेल में गई थीं, तो वह कृपाल सिंह को मुस्लिम नाम से पुकारा जा रहा था। लेकिन सरबजीत के बारे में यह सच नहीं है। दलबीर के मुताबिक पाकिस्तान के अधिकारी सरबजीत को सरबजीत या फिर मंजीत कहकर बुला रहे थे।

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