मेलबर्न।। दुनिया के सबसे तेज बोलरों में शामिल रहे ऑस्ट्रेलिया के खिलाड़ी ब्रेट ली ने शुक्रवार को इंटरनैशनल क्रिकेट को अलविदा कहने की घोषणा की। यह फास्ट बोलर 13 साल के अपने कैरियर के दौरान चोटों से जूझता रहे। साल 2010 में टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने वाले 35 साल के ली हाल में पिंडली की चोट से परेशान रहे थे। क्रिकेट के दूसरे 'बैस गिटार' बजाने वाले ली के भारत में काफी समर्थक हैं और उन्होंने कहा कि शरीर को पहुंच रहे नुकसान के कारण वह अपने करियर को आगे जारी नहीं रख सकते।
ली ने 'चैनल नाइन' से कहा, 'यह करियर सपने की तरह था, मुझे लगता है कि मैं 13 साल टॉप पर रहा। मैं इससे ज्यादा कुछ नहीं मांग सकता था।' उन्होंने कहा कि उन्होंने शुरुआत में श्रीलंका में होने वाले आगामी टी20 वर्ल्ड कप के बाद संन्यास लेने की योजना बनाई थी।
उन्होंने कहा, '13 साल, 13 तारीख का शुक्रवार, यह मेरे लिए जाने का उचित समय है। रात को मुझे काफी अच्छी नींद नहीं आई और जब सुबह मैं उठा तो यह जाने का सही समय था। मुझे आज सुबह ऐसा अहसास हुआ और मुझे महसूस हुआ कि यह खेल छोड़ने का सही समय है।' ली ने कहा, 'यह पिछले कुछ महीनों से मेरे दिमाग में चल रहा था।'
ली ने कहा कि उन्हें खुशी है कि उन्हें शानदार समय में शेन वॉर्न, ग्लेन मैकग्रा, एडम गिलक्रिस्ट तथा स्टीव और मार्क जैसे खिलाड़ियों के साथ खेलने का मौका मिला जो उनके हीरो रहे थे।
इस फास्ट बोलर ने फरवरी 2010 में टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले लिया था। उन्होंने 76 टेस्ट मैचों में 310 विकेट हासिल किए। टेस्ट क्रिकेट से संन्यास के बावजूद ली ने वनडे और टी20 क्रिकेट में ऑस्ट्रेलिया का प्रतिनिधित्व जारी रखा था। इंटरनैशनल क्रिकेट से संन्यास के बावजूद ली ऑस्ट्रेलियाई बिग बैश और इंडियन प्रीमियर लीग में खेलना जारी रखेंगे।
आधुनिक युग के सबसे तूफानी बोलरों में शामिल ली ने 221 वनडे इंटरनैशनल मैचों में 380 जबकि 25 टी-20 मैचों में 28 विकेट चटकाए। ली ने अपने टेस्ट करियर की शुरुआत भारत के खिलाफ की और क्रिकेट के अलावा भी कई कारणों से उन्होंने इस देश का दौरा कई बार किया।
टेस्ट क्रिकेट में 1999 में ली का आना शानदार रहा और उन्होंने पहले ही टेस्ट में सात विकेट चटकाए जिसमें पहली पारी में लिए गए पांच विकेट भी शामिल हैं। ली हालांकि अपने करियर के दौरान चोटों से काफी परेशान रहे। उनके दाएं टखने के चार ऑपरेशन हुए, साथ ही वह कंधे की चोट से भी परेशान रहे।
इसके बावजूद, इससे ऑस्ट्रेलिया या भारत में ली के व्यावसायिक हित प्रभावित नहीं हुए। उन्होंने महान गायिका आशा भोसले के साथ मिलकर हिट गाना गया, जबकि बॉलिवुड फिल्म में संक्षिप्त भूमिका भी निभाई। वह 2003 में दक्षिण अफ्रीका में वर्ल्ड कप जीतने वाली ऑस्ट्रेलियाई टीम के भी सदस्य थे, लेकिन टखने में चोट के कारण वह वेस्ट इंडीज में 2007 वर्ल्ड कप में हिस्सा नहीं ले पाए।
ली अचानक संन्यास के कारण ऑस्ट्रेलिया की ओर से ग्लेन मैकग्रा के सर्वाधिक 381 वनडे विकेट से भी एक विकेट पीछे रह गए। ली ने मैकग्रा के संन्यास के बाद नौ टेस्ट में 2155 की औसत से 58 विकेट हासिल किए थे और 2008 में एलेन बॉर्डर मेडल भी हासिल किया था।
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