Wednesday, 18 July 2012

बॉलिवुड के पहले सुपरस्टार राजेश खन्ना का निधन...........


 















मुंबई।। हिंदी फिल्मों के पहले सुपरस्टार राजेश खन्ना का निधन हो गया है। 'अराधना', 'अमर प्रेम', 'सफर', 'कटी पतंग' और 'आनंद' जैसी फिल्मों में जीवंत ऐक्टिंग करने वाले राजेश खन्ना ने बुधवार दोपहर मुंबई में अपने घर पर अंतिम सांस ली। उन्हें कल ही लीलावती अस्पताल से छुट्टी दी गई थी। इसके बाद बुधवार को तबीयत बिगड़ने के बाद उन्हें घर पर ही वेंटिलेटर पर रखा गया था।

70 के दशक के सुपरस्टार राजेश खन्ना पिछले कुछ महीनों से बीमार चल रहे थे। 20 जून को खबर आई थी कि राजेश खन्ना ने भोजन करना बंद कर दिया, जिसके बाद उनकी हालत खराब होती चली गई। जिस समय राजेश खन्ना ने दम तोड़ा उनकी पत्नी डिंपल कपाड़िया, बेटी ट्विंकल खन्ना और दामाद अक्षय कुमार सहित पूरा परिवारउनके पास मौजूद था। जैसे ही उनके निधन की खबर फैली बॉलिवुड के तमाम स्टार्स उनके घर पहुंचने लगे हैं और फैन्स भी जमा होने लगे हैं।
29 दिसंबर 1942 को अमृतसर में जन्मे राजेश खन्ना का असली नाम जतिन खन्ना था। 1966 में उन्होंने पहली बार 24 साल की उम्र में 'आखिरी खत' नामक फिल्म में काम किया था। इसके बाद 'राज', 'बहारों के सपने', 'औरत के रूप' जैसी कई फिल्में उन्होंने की लेकिन उन्हें असली कामयाबी 1969 में 'आराधना' से मिली। इसके बाद एक के बाद एक 14 सुपरहिट फिल्में देकर उन्होंने हिंदी फिल्मों के पहले सुपरस्टार का तमगा अपने नाम किया।
1971 में राजेश खन्ना ने 'कटी पतंग', 'आनन्द', 'आन मिलो सजना', 'महबूब की मेहंदी', 'हाथी मेरे साथी', 'अंदाज' नामक फिल्मों से अपनी कामयाबी का परचम लहराए रखा। बाद के दिनों में 'दो रास्ते', 'दुश्मन', 'बावर्ची', 'मेरे जीवन साथी', 'जोरू का गुलाम', 'अनुराग', 'दाग', 'नमक हराम', 'हमशक्ल' जैसी फिल्में भी कामयाब रहीं। 1980 के बाद राजेश खन्ना का दौर खत्म होने लगा। बाद में वह राजनीति में आए और 1991 में वह नई दिल्ली से कांग्रेस के टिकट पर लोकसभा के लिए चुने गए।


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Friday, 13 July 2012

बिहार को दो सेंट्रल यूनिवर्सिटी का तोहफा................

केंद्र ने बिहार को दो सेंट्रल यूनिवर्सिटी देने का फैसला किया है। बिहार में दो नई यूनिवर्सिटीज गया और मोतिहारी में बनाने का फैसला हुआ है। यूनिवर्सिटी बनाने को लेकर केंद्र और राज्य के बीच लंबे समय से ठनी हुई थी पर बदले सियासी माहौल ने इस स्थिति को भी बदल दिया।

केंद्र के इस फैसले के पीछे तमाम सियासी समीकरणों की अहम भूमिका रही है। राजनैतिक हलकों में इसे मौजूदा राजनैतिक हालात और आगामी राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति चुनावों से भी जोड़कर देखा जा रहा है। कांग्रेस को लग रहा है कि आगामी कई मौकों पर जेडी(यू) उसका साथ दे सकती है।

इस फैसले की जानकारी शुक्रवार को मानव संसाधन विकास मंत्री कपिल सिब्बल ने दी। असल में गया में बेहतर कनेक्टिविटी की वजह से केंद्र गया में सेंट्रल यूनिवर्सिटी बनाने का इच्छुक था, जबकि नीतिश मोतिहारी में यूनिवर्सिटी चाहते थे। इसके लिए बिहार असेंबली में बाकायदा एक प्रस्ताव भी पास किया गया। इस मसले पर सिब्बल और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आमने-सामने आ चुके थे। दोनों में से कोई झुकने को तैयार नहीं था। माना जा रहा है कि इस फैसले से नीतीश की बात भी रख ली गई और सिब्बल को भी झुकना नहीं पड़ा।

जम्मू-कश्मीर के बाद बिहार देश का ऐसा दूसरा राज्य होगा, जहां बतौर स्पेशल केस दो सेंट्रल यूनिवर्सिटीज होंगी। इसके लिए सरकार को सेंट्रल यूनिवर्सिटी ऐक्ट में संशोधन करना होगा। केंद्र की ओर से राज्य को सेंट्रल यूनिवर्सिटी की मद में पहले से ही तय 240 करोड़ की राशि ही मुहैया कराई जाएगी, अलग से पैसा नहीं दिया जाएगा।

इस फैसले को आगामी राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति चुनाव से जोड़कर देखा जा रहा है। राष्ट्रपति पद के लिए जेडीयू प्रणव का समर्थन कर चुकी है। जहां तक उपराष्ट्रपति पद पर अंसारी को लेकर समर्थन की बात है तो माना जा रहा है कि वह अंसारी पर तैयार हो जाएगी। उल्लेखनीय है कि अंसारी के नाम पर नीतिश कुमार तभी अपनी सहमति जता चुके थे, जब उन्हें राष्ट्रपति की रेस में शामिल माना जा रहा था।

जिस तरह से नीतीश पिछले कई मौकों पर अपने तेवर और स्टाइल के चलते एनडीए से अलग खड़े नजर आए हैं, उसे देखते हुए कांग्रेस को नीतीश के साथ नजदीकी बढ़ाने की संभावना बढ़ती दिखाई दे रही है। इन दोनों चुनावों के साथ-साथ एनडीए में मोदी की बढ़ती ताकत का विरोध और नीतीश की सेक्युलर इमेज जैसे तमाम कारक हैं, जिसे कांग्रेस अपने लिए जेडी(यू) से संबंधों को लेकर बेहतर संकेत मान रही है।

ली ने किया इंटरनैशनल क्रिकेट को अलविदा..........














मेलबर्न।। दुनिया के सबसे तेज बोलरों में शामिल रहे ऑस्ट्रेलिया के खिलाड़ी ब्रेट ली ने शुक्रवार को इंटरनैशनल क्रिकेट को अलविदा कहने की घोषणा की। यह फास्ट बोलर 13 साल के अपने कैरियर के दौरान चोटों से जूझता रहे। साल 2010 में टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने वाले 35 साल के ली हाल में पिंडली की चोट से परेशान रहे थे। क्रिकेट के दूसरे 'बैस गिटार' बजाने वाले ली के भारत में काफी समर्थक हैं और उन्होंने कहा कि शरीर को पहुंच रहे नुकसान के कारण वह अपने करियर को आगे जारी नहीं रख सकते।

ली ने 'चैनल नाइन' से कहा, 'यह करियर सपने की तरह था, मुझे लगता है कि मैं 13 साल टॉप पर रहा। मैं इससे ज्यादा कुछ नहीं मांग सकता था।' उन्होंने कहा कि उन्होंने शुरुआत में श्रीलंका में होने वाले आगामी टी20 वर्ल्ड कप के बाद संन्यास लेने की योजना बनाई थी।

उन्होंने कहा, '13 साल, 13 तारीख का शुक्रवार, यह मेरे लिए जाने का उचित समय है। रात को मुझे काफी अच्छी नींद नहीं आई और जब सुबह मैं उठा तो यह जाने का सही समय था। मुझे आज सुबह ऐसा अहसास हुआ और मुझे महसूस हुआ कि यह खेल छोड़ने का सही समय है।' ली ने कहा, 'यह पिछले कुछ महीनों से मेरे दिमाग में चल रहा था।'

ली ने कहा कि उन्हें खुशी है कि उन्हें शानदार समय में शेन वॉर्न, ग्लेन मैकग्रा, एडम गिलक्रिस्ट तथा स्टीव और मार्क जैसे खिलाड़ियों के साथ खेलने का मौका मिला जो उनके हीरो रहे थे।

इस फास्ट बोलर ने फरवरी 2010 में टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले लिया था। उन्होंने 76 टेस्ट मैचों में 310 विकेट हासिल किए। टेस्ट क्रिकेट से संन्यास के बावजूद ली ने वनडे और टी20 क्रिकेट में ऑस्ट्रेलिया का प्रतिनिधित्व जारी रखा था। इंटरनैशनल क्रिकेट से संन्यास के बावजूद ली ऑस्ट्रेलियाई बिग बैश और इंडियन प्रीमियर लीग में खेलना जारी रखेंगे।

आधुनिक युग के सबसे तूफानी बोलरों में शामिल ली ने 221 वनडे इंटरनैशनल मैचों में 380 जबकि 25 टी-20 मैचों में 28 विकेट चटकाए। ली ने अपने टेस्ट करियर की शुरुआत भारत के खिलाफ की और क्रिकेट के अलावा भी कई कारणों से उन्होंने इस देश का दौरा कई बार किया।

टेस्ट क्रिकेट में 1999 में ली का आना शानदार रहा और उन्होंने पहले ही टेस्ट में सात विकेट चटकाए जिसमें पहली पारी में लिए गए पांच विकेट भी शामिल हैं। ली हालांकि अपने करियर के दौरान चोटों से काफी परेशान रहे। उनके दाएं टखने के चार ऑपरेशन हुए, साथ ही वह कंधे की चोट से भी परेशान रहे।

इसके बावजूद, इससे ऑस्ट्रेलिया या भारत में ली के व्यावसायिक हित प्रभावित नहीं हुए। उन्होंने महान गायिका आशा भोसले के साथ मिलकर हिट गाना गया, जबकि बॉलिवुड फिल्म में संक्षिप्त भूमिका भी निभाई। वह 2003 में दक्षिण अफ्रीका में वर्ल्ड कप जीतने वाली ऑस्ट्रेलियाई टीम के भी सदस्य थे, लेकिन टखने में चोट के कारण वह वेस्ट इंडीज में 2007 वर्ल्ड कप में हिस्सा नहीं ले पाए।

ली अचानक संन्यास के कारण ऑस्ट्रेलिया की ओर से ग्लेन मैकग्रा के सर्वाधिक 381 वनडे विकेट से भी एक विकेट पीछे रह गए। ली ने मैकग्रा के संन्यास के बाद नौ टेस्ट में 2155 की औसत से 58 विकेट हासिल किए थे और 2008 में एलेन बॉर्डर मेडल भी हासिल किया था।

Thursday, 12 July 2012

याहू के लीक से जीमेल भी चपेट में, पासवर्ड चेक करें........

नई दिल्ली।। अमेरिकी इंटरनेट फर्म याहू के लाखों यूजर्स के पासवर्ड हैकर्स ने लीक कर दिए हैं। याहू के 4 लाख 53 हजार से ज्यादा यूजर्स के पासवर्ड लीक हो गए और उन्हें ऑनलाइन पोस्ट कर दिया गया। हालांकि इससे याहू के साथ-साथ जीमेल समेत कई वेबसाइट्स के यूजर्स भी प्रभावित हो सकते हैं। खुद को the D33Ds Company कहने वाले ग्रुप ने इस करतूत की जिम्मेदारी ली है। कई साइबर एक्सपर्ट्स ने यूजर्स को अपना पासवर्ड तुरंत बदलने की सलाह दी है।

एक सिक्युरिटी फर्म के मुताबिक, जिस सर्वर की सुरक्षा में सेंध लगाई गई वह 'याहू!! वॉइस' का हिस्सा है। इस घटना से याहू के साथ-साथ जीमेल, हॉटमेल और कई वेबसाइट्स के यूज़र्स भी प्रभावित हो सकते हैं क्योंकि 'याहू!! वॉइस' याहू के अलावा दूसरे ईमेल अड्रेस से भी लॉगइन करने की सुविधा देता है। इस सर्वर को पहले असोसिएटेड कंटेंट के नाम से जाना जाता था। फर्म का यह भी कहना है कि ऐसा लगता है कि पासवर्ड एसक्यूएल इंजेक्शन अटैक के जरिए हासिल किए गए।

इस घटना से कुछ दिनों पहले एक और सोशल नेटवर्किंग साइट लिंकडेन के 64 लाख अकाउंट्स की सुरक्षा का उल्लंघन किया गया था। लिंकडेन डायरेक्टर ने इस घटना के लिए अपने यूजर्स से माफी भी मांगी थी।

अपना पासवर्ड चेक करें: आप कुछ सेकंड्स में ही चेक कर सकते हैं कि आपका पासवर्ड लीक हुआ है या नहीं। यह सुविधा सुकुरी लैब ने दी है। पासवर्ड चेक करने के लिए यहां क्लिक करें। अपना ईमेल अड्रेस डालने के बाद 'चेक मेल' पर क्लिक करें। यहां आपको तुरंत पता चल जाएगा कि आपका भी पासवर्ड लीक हुआ या आप बच गए।

IDBI Bank Recruitment 2012..........

About IDBI:-
IDBI Bank Ltd. is a Universal Bank with its operations driven by a cutting edge core Banking IT platform. The Bank offers personalized banking and financial solutions to its clients in the retail and corporate banking arena through its large network of Branches and ATMs, spread across length and breadth of India

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Name of Post: Executive


Educational Qualification:
A Graduate from a recognized university


Age Limit:
Maximum-35

Selection Process:
Base on Written Test and Interview.

Last Date:

September 02, 2012*



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Wednesday, 11 July 2012

Dara Singh is not among us.............




































Wrestler-turned-actor Dara Singh, who was battling for life since the last five days, passed away early this morning.
84-year-old Singh was taken home from hospital by family members last night so that he could be with them in the last moments of his life.
"He passed away at 7.30 AM peacefully," Dr Ram Narain, COO, Kokilaben Hospital, told PTI.
Singh was brought to the hospital on July 7 after he had suffered a cardiac arrest and since then he was in the ICU.
From his first marriage, he has a son Parduman Singh Randhawa and from his second marriage he has five children ? two sons and three daughters including TV and film actor Vidhu Dara Singh.
The Commonwealth wrestling champion entered the film industry in the fifties and is known for his roles in "King Kong" and "Faulad". He was last seen in Imtiaz Ali's "Jab We Met" in 2007 in which he played Kareena Kapoor's grandfather.
The veteran actor also played the character of Hanuman in Ramanand Sagar's epic television series 'Ramayan'.




Standing tall with rippling muscles, wrestler-actor Dara Singh was a name to reckon with in the world of wrestling who ventured into an unusual territory -- films.
The 83-year-old will always be remembered for his variety of roles in cinema and on the small screen, the most memorable being that of Hanuman in the iconic show 'Ramayan'. Apart from making a name for himself in professional wrestling, Singh also acted in a number of Punjabi and Hindi films.
Born in a Jat Sikh family to Balwant Kaur and Surat Singh Randhawa in November 1928 in the village Dharmuchak of Amritsar district in Punjab, Singh was trained in an Indian style of wrestling, Pehlwani.
Apart from wrestling in tournaments, he wrestled on invitation of kings of Indian princely states in fairs and carnivals.
In the world of wrestling, he competed against some of the greatest names like King Kong (Australia), George Gordienko (Canada), John Desilva (New Zealand) and others.
Singh won the title of 'Rustam-E-Punjab' and 'Rustam-e-Hind' for his wrestling prowess. Also, he became the Commonwealth Champion in 1959 and in 1996 he was inducted into the Wrestling Observer Newsletter Hall of Fame.
Singh included over 500 professional fights to his credit, all undefeated.
After his retirement from wrestling in 1983, the Commonwealth wrestling champion then turned towards showbiz in 1952 with "Sangdil".
 


Tuesday, 10 July 2012

तत्काल का नियम बदला, अब 8 से नहीं 10 से मिलेंगे टिकट......

वह दिन अब लद गए हैं, जब तत्काल टिकट के लिए पब्लिक को सूरज उगने से पहले ही रेलवे रिजर्वेशन के बुकिंग काउंटर पर घंटों लाइन में खड़ा रहना पड़ता था। अब तत्काल टिकटों की बुकिंग सुबह 8 बजे की जगह सुबह 10 बजे से शुरू होगी। ट्रेन के शुरुआती स्टेशन से खुलने के एक दिन पहले से तत्काल बुकिंग हो सकेगी। इसके अलावा, बुकिंग ओपन होने के 2 घंटे के दौरान (सुबह 10 बजे से 12 बजे के बीच) रेलवे के अधिकृत एजेंट भी ऑनलाइन या टिकट खिड़की से तत्काल टिकटों की बुकिंग नहीं करा सकेंगे। कुछ जगह तत्काल टिकटों के लिए अलग काउंटर बनाए गए हैं, जबकि बाकी जगह जल्द इसकी व्यवस्था शुरू करने की योजना है। ऐसे बुकिंग काउंटर जहां तत्काल और नॉर्मल टिकट दोनों की बुकिंग होगी, वहां सुबह 10 से 10.30 के बीच सिर्फ तत्काल टिकट मिलेंगे।

सीनियर डीसीएम अश्विनी श्रीवास्तव ने सोमवार को बताया कि रेलवे के सभी रिजर्वेशन सेंटरों पर मंगलवार से इस व्यवस्था को अंतिम रूप दे दिया गया है। श्रीवास्तव ने बताया कि स्कूलों में गर्मी की छुट्टियों और विवाह आदि के कारण तत्काल टिकट के दुरुपयोग की कई घटनाएं सामने आई हैं। इसके बाद रेलवे ने टिकटों की कालाबाजारी रोकने के लिए यह कदम उठाया है।

दरअसल, एक खास किस्म के सॉफ्टवेयर के सहारे लखनऊ-बस्ती और बिहार के कई इलाकों में टिकटों की कालाबाजारी पकड़ी गई है। यह सॉफ्टवेयर बेंगलुरु और अहमदाबाद से देश के तमाम हिस्सों में दलालों के पास पहुंच गया था, जिससे 1 मिनट में ही तत्काल सेवा की 10 टिकटें बन जाती हैं। एसी कोच का टिकट लेने के लिए यात्री को डेढ़ हजार रुपये तक अतिरिक्त देने पड़ते थे। श्रीवास्तव ने बताया कि दिल्ली से सभी केंद्रों को इसकी तैयारी करने के लिए कहा गया था। मुंबई-दिल्ली और कोलकाता से लेकर लखनऊ, पुणे और रायपुर में नई व्यवस्था मंगलवार से शुरू होने की संभावना है। हालांकि, रेलवे के इस नए फरमान की काट निकालने की कोशिश में एजेंट जुट गए हैं।

आग का गोला बनी चलती कार, 14 जिंदा जले.........

दिल्ली-सहारनपुर हाईवे पर चलती मारुति वैन एकाएक आग के गोले में तब्दील हो गई और पल भर में इसमें सवार एक ही परिवार के 14 सदस्य जिंदा जल गए, जबकि छह लोग बुरी तरह झुलस गए। ये सभी एक वैवाहिक समारोह में शामिल होने के बाद लोनी लौट रहे थे। थाना पुलिस काफी देर तक सीमा विवाद में उलझी रही। बाद में आला अफसरों ने मौके पर पहुंचकर घायलों को अस्पताल भिजवाया। पुलिस के मुताबिक वैन की गैस किट में रिसाव की वजह से यह दर्दनाक हादसा हुआ।

जानकारी के अनुसार, थाना कैराना क्षेत्र के गांव मन्ना माजरा निवासी जमशेद अपने परिवार सहित लोनी के मुहल्ला इकराम नगर में रहते हैं। सोमवार को जमशेद अपने परिवार के 20 सदस्यों के साथ वैन में कांधला के गांव इस्लामपुर घसौली में भांजी की शादी में भात देने गए थे। शादी के बाद देर शाम जमशेद परिवार के साथ अपने गांव मन्ना माजरा चले गए।

मंगलवार दोपहर करीब तीन बजे जमशेद वैन में परिवार के सदस्यों के साथ वापस लोनी जा रहे थे। वैन उनका बेटा गफ्फार चला रहा था। शाम को जब वैन कांधला थानाक्षेत्र में कस्बा एलम के पास पहुंची तो अचानक इसमें आग लग गई। देखते ही देखते वैन आग की लपटों से घिर गई। चीख-पुकार सुन आसपास के लोग वैन में फंसे लोगों को खींचकर बाहर निकालने में जुट गए। खिड़की के पास बैठे जमशेद और उसकी पत्नी अमीना, गफ्फार के दो पुत्र मोहम्मद आकिल और आदिल, रहीम व जब्बार को तो वैन से बाहर निकाल लिया, जबकि परिवार के अन्य सदस्य गाड़ी में आग से बुरी तरह से जल गए और उनकी मौके पर ही मौत हो गई।

घटना की सूचना मिलने पर एसपी अखिलेश कुमार भारी पुलिस बल लेकर मौके पर पहुंचे तथा स्थानीय लोगों की मदद से पुलिस ने घायलों को शामली के सरकारी अस्पताल में भिजवाया, जिनकी गंभीर हालत देखते हुए उन्हें दिल्ली के लिए रेफर कर दिया गया। पुलिस ने बताया कि मरने वालों में दो महिलाएं, तीन युवतियां, एक किशोर व आठ बच्चे शामिल हैं। उन्होंने आग का कारण गैसकिट में रिसाव बताया है।

Monday, 9 July 2012

खुशखबरी, यूपी के 60 हजार शिक्षा मित्र बनेंगे शिक्षक..........

उत्तर प्रदेश में दूरस्थ शिक्षा के माध्यम से पहले चरण में दो वर्षीय ट्रेनिंग प्राप्त कर रहे 60 हजार शिक्षा मित्रों को जुलाई 2013 में शिक्षक बना दिया जाएगा। इस संबंध में बेसिक शिक्षा विभाग ने शिक्षकों के स्थानांतरण और समायोजन के संबंध में जारी शासनादेश में स्थिति स्पष्ट की है।

प्रदेश में 1.71 लाख शिक्षा मित्र हैं। बसपा सरकार ने स्नातक उत्तीर्ण 1.24 हजार शिक्षा मित्रों को दो वर्षीय ट्रेनिंग देने का निर्णय किया था। इसके आधार पर वर्ष 2011 में 60 हजार शिक्षा मित्रों की प्रशिक्षण प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई। प्रदेश के प्राइमरी और उच्च प्राइमरी स्कूलों में 2.58 लाख शिक्षकों की कमी है। इसलिए राज्य सरकार इस कमी को शीघ्र समाप्त करना चाहती है।

इसलिए पहले चरण में ट्रेनिंग प्राप्त कर रहे 60 हजार शिक्षा मित्रों को जुलाई 2013 में समायोजन किए जाने का निर्णय किया गया है। बेसिक शिक्षा विभाग के इस निर्णय का उत्तर प्रदेश शिक्षा मित्र संघ के अध्यक्ष गाजी इमाम आला व आदर्श शिक्षा मित्र वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष जितेंद्र शाही ने स्वागत किया है। उन्होंने रेग्यूलर स्नातक शिक्षा मित्रों की शीघ्र ट्रेनिंग कराने कराने की मांग की है, ताकि शेष बचने वाले शिक्षा मित्रों को भी समायोजित कर शिक्षक बनाया जा सके।

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प्लास्टिक के नोट जारी करेगा रिजर्व बैंक...........


जाली नोटों की समस्या को देखते हुए भारतीय रिजर्व बैंक ने सोमवार को कहा कि वह प्लास्टिक नोट जारी करने पर काम कर रहा है और इसे प्रायोगिक आधार पर जल्द ही जारी किया जाएगा।

रिजर्व बैंक के डिप्टी गवर्नर एच.आर.खान ने यह जानकारी दी। उन्होंने कहा, 'प्लास्टिक नोटों के जाली नोट बनाना बड़ा मुश्किल है। इसलिए हम चार पांच सेंटर्स पर प्रायोगिक तौर पर प्लास्टिक के नोट शुरू करने की योजना बना रहे हैं।'

उन्होंने कहा कि इस दिशा में काम चल रहा है। इस तरह के नोट जयपुर, शिमला, भुवनेश्वर आदि में जारी किए जा सकते हैं। प्रयोग के तौर पर 10 रुपये के प्लास्टिक नोट जारी किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि कागज के नोट छापना जहां महंगा पड़ता है वहीं उनकी सही रहने की अवधि भी कम रहती है। इसके विकल्प के रूप में प्लास्टिक के नोट जारी करने पर विचार किया जा रहा है।

Sunday, 8 July 2012

किंगफिशर की मुंबई और गोवा की जमीनें बिकेंगी............

मुंबई।। किंगफिशर एयरलाइंस को कर्ज देने वाले बैंकों ने गुरुवार को कंपनी की मुंबई और गोवा की 120 करोड़ रुपये की दो परिसंपत्तियां बेचने का संकेत दिया है। इसके लिए 17 बैंकों के कंसोर्टियम ने एचडीएफसी सिक्युरिटीज को इन दो परिसंपत्तियों के मूल्यांकन का जिम्मा सौंपा है। इन बैंकों का किंगफिशर पर 7,500 करोड़ रुपये का कर्ज बकाया है। हालांकि किंगफिशर ने विला की नीलामी की खबरों का खंडन किया है। किंगफिशर के मुताबिक बैंकों ने उनकी एयरलाइंस को ऐसा कोई संकेत नहीं दिया है।

किंगफिशर जनवरी से कर्ज की किस्तें नहीं चुका पा रही है। उसने कुछ महीने पहले ही मुंबई के 'किंगफिशर हाउस' और गोवा के 'विला' को कर्ज देने वाले बैंकों को बेचने की पेशकश की थी। बैंकरों के मुताबिक, किंगफिशर के अंधेरी स्थिति किंगफिशर हाउस की बाजार कीमत 90 करोड़ रुपये और गोवा के विला की कीमत 30 करोड़ रुपये है।

किंगफिशर के प्रवक्ता ने एक बयान में कहा कर्मचारियों के हमारे नए दफ्तर द क्यूब (मुंबई) में चले जाने के कारण मुंबई का किंगफिशर हाउस खाली है। उसी समय अपने समझौते के मुताबिक हमने अपनी इस परिसंपत्ति को बेचने का प्रस्ताव किया था।

गुरुवार की बैठक में हमने ही इस मामले को उठाया। किंगफिशर ने दावा किया कि बैठक पहले से तय थी और इसमें हमें बैंकों को जानकारी देनी थी। इसमें सुधार प्रक्रिया शुरू करने के बारे में कोई चर्चा नहीं हुई। बैंकों ने नवंबर 2010 में कंपनी के कर्ज का पुनर्गठन किया था।

Sunday, 1 July 2012

फांसी से बचने के लिए सरबजीत ने कबूला इस्लामः सुरजीत.................

नई दिल्ली।। पाकिस्तान की जेल से 30 साल बाद छूटे सुरजीत सिंह ने खुलासा किया है कि लाहौर की कोट लखपत जेल में बंद सरबजीत सिंह ने फांसी से बचने के लिए इस्लाम कबूल कर लिया है।

सुरजीत के मुताबिक सरबजीत ने अपना नाम बदलकर सरफराज़ रख लिया है। सुरजीत के मुताबिक फांसी की सजा पाए एक दूसरे भारतीय कैदी कृपाल सिंह भी धर्म बदल चुका है। उसने अपना नाम मोहम्मद दीन रखा है।

शिरोमणी गुरुद्वारा प्रबंधक कमिटी के इंफर्मेशन सेंटर में रिपोर्टर्स से बात करते हुए सुरजीत ने कहा, 'सरबजीत और कृपाल सिंह ने इस्लाम कबूल कर लिया है। उन्होंने फांसी की सजा माफ होने की उम्मीद में ऐसा किया है। लेकिन उन्हें माफी नहीं दी गई। पाकिस्तान के अधिकारी अपने लोगों को भी माफी नहीं देते हैं। '

उधर, सरबजीत की बहन दलबीर कौर ने सरबजीत के इस्लाम कबूल करने की बात को गलत बताया है। उन्होंने कहा, 'यह सही नहीं है। सरबजीत गुरुसिख हैं और वह गुरुसिख ही रहेंगे। सरबजीत ने जेल में सिख गुरुओं की तस्वीरें और धार्मिक किताबें रखी हुई हैं। वह इन कितानों का रोज पाठ करते हैं।'

दलबीर ने कहा कि जब वह सरबजीत से मिलने पाकिस्तान की जेल में गई थीं, तो वह कृपाल सिंह को मुस्लिम नाम से पुकारा जा रहा था। लेकिन सरबजीत के बारे में यह सच नहीं है। दलबीर के मुताबिक पाकिस्तान के अधिकारी सरबजीत को सरबजीत या फिर मंजीत कहकर बुला रहे थे।

Friday, 29 June 2012

भारत पर हमले के लिए आतंकियों ने किया क्रिकेट का इस्तेमाल..................

नई दिल्ली।। भारत ने पाकिस्तान के साथ रिश्ते सुधारने के लिए क्रिकेट का इस्तेमाल किया, लेकिन बदले में उसे धोखा मिला। पाकिस्तान में मौजूद आतंकियों ने क्रिकेट का इस्तेमाल मुंबई अटैक की तैयारी में किया। यह सनसनीखेज खुलासा मुंबई अटैक को अंजाम देने में अहम भूमिका निभाने वाले जबीउद्दीन अंसारी उर्फ अबू जिंदाल से किया है।

उससे पूछताछ जैसे-जैसे आगे बढ़ रही है, कई अहम खुलासे हो रहे हैं। जिंदाल के मुताबिक 26/11 अटैक का मुख्य आरोपी साजिद मीर उर्फ साजिद वाजिद भारत और पाकिस्तान के बीच क्रिकेट मैच देखने के बहाने भारत आया। वह दो हफ्ते तक भारत में रहा और इस दौरान उसने दिल्ली और मुंबई में कई प्रमुख जगहों की रेकी की।

मीर मुंबई अटैक के एक और मुख्य आरोपी अमेरिकी नागरिक कोलमेल हेडली से एक साल पहले ही लश्कर के अपने साथी के साथ दिल्ली-मुंबई आ चुका था। हेडली 2006 में भारत आया था। सूत्रों के मुताबिक दोनों 2005 में पाकिस्तानी पासपोर्ट पर फर्जी नाम के साथ मोहाली में भारत और पाकिस्तान का मैच देखने के बहाने आए थे।

गौरतलब है कि भारत ने पाकिस्तान के साथ 2005 में क्रिकेट डिप्लोमेसी की शुरुआत की थी। इसके तहत पाकिस्तान के तत्कालीन प्रेजिडेंट परवेज मुशर्रफ दिल्ली के फिरोजशाह कोटला मैदान में भारत और पाकिस्तान का फाइनल मैच देखने आए थे।

मीर ने सारी जानकारी हेडली को दी। हेडली अगले साल जब भारत आया तो दिल्ली और मुंबई की रेकी करने में उसे यह जानकारी बडे़ काम आई। जिंदाल ने खुलासा किया है कि वह मीर ही था जिसने लश्कर आतंकी जकीउर रहमान लखवी के साथ मिलकर ताजमहल होटेल का नक्शा तैयार किया।

मुंबई पर अटैक करने वाले आतंकी इसी नक्शे की मदद से ताज होटेल के चप्पे-चप्पे से वाकिफ थे। ब्लू प्रिंट में ताज होटेल के बॉल रूम का खासतौर पर जिक्र था। आतंकियों ने यहीं सबसे ज्यादा कहर बरपाया था। यही नहीं मीर ने ताज होटेल का मॉडल बनाकर आतंकियों को खास ट्रेनिंग दी थी।

जिंदाल ने यह भी खुलासा किया है कि हमले के बाद आतंकियों का पाकिस्तान लौटने का प्लान था, लेकिन लखवी ने इसे रद्द कर दिया। उसका तर्क था कि भारत से लौटना नामुमकिन है। वे पकड़े जा सकते हैं, जबकि भारत में उनके छिपने के कई ठिकाने हैं।

आतंकियों के मुंबई रवाना होने से पहले लश्कर के चीफ हाफिज सईद ने सभी आतंकियों को एक भड़काऊ भाषण दिया था। सईद ने आतंकियों से कहा था कि अगर वे मारे गए तो उन्हें जन्नत नसीब होगी जहां 72 कुंवारी लड़कियां उनका इंतजार कर रही होंगी।

Thursday, 28 June 2012

पाक की कैद से 30 साल बाद छूटे सुरजीत...........


नई दिल्ली।। सरबजीत के रिहा न होने के 'दुख' के बीच पाकिस्तान की जेल में उम्रकैद की सजा काटने के बाद भारतीय सुरजीत सिंह गुरुवार सुबह वाघा बॉर्डर से भारत पहुंचे। सरबजीत के रिहा न होने के गम में हर कोई सुरजीत के परिवार की खुशी को भुला बैठा। सुरजीत को गुरुवार सुबह लाहौर की कोट लखपत जेल से रिहा किया गया।

इसके बाद वह पाकिस्तानी अधिकारियों के साथ वाघा बॉर्डर पहुंचे। उन्हें वहां भारतीय अधिकारियों के सुपुर्द किया गया। सुरजीत की रिहाई से उनके गांव व परिवार में खुशी का माहौल है। वहीं सरबजीत का परिवार उनकी रिहाई के लिए दिल्ली के जंतर-मंतर पर धरने पर बैठा है।

हाथों में थी हथकड़ी
सुरजीत जब वाघा सीमा पर पहुंचे तो उनके हाथों में हथकड़ी थी। उनकी हथकड़ी लोहे की एक जंजीर के जरिए पाकिस्तानी पुलिस अधिकारी की बेल्ट से जुड़ी हुई थी। सफेद कुर्ता-पायजामा पहने और काले रंग की पगड़ी लगाए सुरजीत के साथ उनके दो बैग थे। वह पुलिस की गाड़ी से वाघा पहुंचे। जब वह गाड़ी से उतरे तो उनके हाथों में हथकड़ी थी। वह लाहौर की कोट लखपत जेल से रिहाई के एक घंटे बाद वाघा पहुंच गए थे।

पाकिस्तानी वकील को लगाया गले
सुरजीत ने उन्हें स्वदेश भेजे जाने की सारी औपचारिकताएं पूरी करने से पहले मुस्कुराते हुए अपने पाकिस्तानी वकील को गले लगाया। सुरजीत 30 साल से भी लंबे समय से पाकिस्तानी जेल में कैद थे। उनकी उम्रकैद की सजा 2005 में पूरी हो गई थी।

भारत पहुंचने पर सुरजीत ने कहा कि वह बेहद खुश हैं। वह भारतीय पंजाब की अटारी सीमा में बेसब्री से उनका इंतजार कर रहे अपने परिवार से मिलने के लिए बेताब हैं। उन्होंने साथ ही पाकिस्तान का भी शुक्रिया अदा किया। सुरजीत ने पंजाबी में बोलते हुए कहा कि पाक जेल में उन्हें किसी तरह की परेशानी नहीं हुई। साथ ही उन्होंने कहा,'दोनों देशों की जेलों में बंद एक-दूसरे के कैदियों को रिहा किया जाना चाहिए।'

हां, जासूसी करने गया था पाकिस्तान
रिपोर्टरों से बातचीत में सुरजीत ने कहा कि वह पाकिस्तान कभी नहीं जाएंगे। सुरजीत ने स्वीकार किया कि वह पाकिस्तान जासूसी करने गए थे। सुरजीत ने कहा मुझ पर जासूसी का आरोप है। यदि में दोबारा पाकिस्तान गया तो वे समझेंगे कि मैं फिर जासूसी करने आया हूं। यही वजह है कि मैं पाकिस्तान वापस नहीं जाना चाहता।

सरबजीत से हर हफ्ते मिलता था
सुरजीत सिंह ने कहा है कि मौत की सजा का सामना कर रहे सरबजीत सिंह ठीकठाक हैं और उम्मीद जताई कि वे भी जल्दी ही आजाद हो जाएंगे। उन्होंने बताया कि वह और सरबजीत एक ही जेल में थे और 49 वर्षीय सरबजीत से हर हफ्ते मिलते थे। सुरजीत ने बताया कि वहां उन्हें कोई तकलीफ नहीं है। वह ठीक हैं।

बेनजीर ने बदली थी सुरजीत की सजा
सुरजीत सिंह 30 साल से ज्यादा वक्त से पाकिस्तान की कैद में थे। उन्हें भारतीय सीमा के नजदीक पकड़ा गया था। उस पर जनरल जिया-उल-हक के शासनकाल के दौरान जासूसी करने का आरोप लगाया गया। उन्हें 1989 में फांसी की सजा सुनाई गई थी। तत्कालीन प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो की सिफारिश पर सुरजीत की मौत की सजा उम्रकैद में बदल दी गई थी।

Wednesday, 27 June 2012

गूगल ने लॉन्च किया अपना पहला टैबलेट 'नेक्सस 7'


















सैन
फ्रांसिस्को।।
दुनिया की सबसे बड़ी इंटरनेट कंपनियों में से एक गूगल ने आखिरकार टैबलेट मार्केट में एंट्री मार दी है। कंपनी ने बुधवार को अपने टैबलेट 'नेक्सस 7' को लॉन्च किया। डिवेलपर्स के लिए गूगल के सालाना प्रोग्राम गूगल आई/ओ के दौरान इस टैबलेट को लॉन्च किया गया।

नेक्सस 7 की खूबियां :
- सात इंच की स्क्रीन और 1280*800 पिक्सल्स की रिजॉल्यूशन
- 1.3 गीगाहर्ट्ज टेग्रा 3 प्रोसेसर
- 1 जीबी का रैम
- 8 जीबी और 16 जीबी की स्टोरेज मेमरी में उपलब्ध

टेक्नॉलजी है नई: गूगल का यह टैबलेट एंड्रॉयड ऑपरेटिंग सॉफ्टवेयर के लेटेस्ट वर्जन जैली बीन से चलेगा। इसे एसस ने तैयार किया है।

कीमत: नेक्सस 7 के 8 जीबी मेमरी वाले मॉडल की कीमत करीब 11,328 रुपये और 16 जीबी मेमरी वाले मॉडल की कीमत 14,164 रुपये के आस-पास हो सकती है। हालांकि, भारत में यह टैबलेट कब आएगा, इस बात की कोई जानकारी नहीं है। ऐपल समेत दूसरी कई बड़ी कंपनियों के टैबलेट के मुकाबले में नेक्सस 7 की कीमत काफी कम लगती है।

एंड्रॉयड का बाजार: एंड्रॉयड टैबलेट पिछले एक साल से मार्केट में बिक रहे हैं लेकिन ग्राहकों को आकर्षित करने और आईपैड के मार्केट को रोकने में वे नाकाम रहे हैं।

आईपैड को चुनौती देने में नाकाम: कई कंप्यूटर हार्डवेयर कंपनियों को सलाह देने वाली फर्म मूर इनसाइट्स ऐं स्ट्रैटिजी के अध्यक्ष पैट्रिक मूरहेड ने कहा, गूगल को लगता है कि इसने अपने पार्टनरों को फलने-फूलने और कॉम्पिटिशन करने का भरपूर मौका दिया है लेकिन वे आईपैड को टक्कर देने में नाकाम रहे हैं।

अमेजन का टैबलेट है निशाना: ऐसा माना जा रहा है कि नेक्सस 7 ऐपल के आईपैड की बजाय अमेजन के किंडल फायर के लिए ज्यादा बड़ी चुनौती साबित होगा। किंडल फायर सात इंच का टैबलेट है, जो एंड्रॉयड ऑपरेटिंग सॉफ्टवेयर पर चलता है लेकिन गूगल की कई सर्विसेज का इस्तेमाल नहीं करता। गौरतलब है कि टैबलेट मार्केट में ऐपल का शेयर सबसे ज्यादा है।

Tuesday, 26 June 2012

प्रणव 26 जून को वित्त मंत्री पद से इस्तीफा देंगे...........

राष्ट्रपति पद के यूपीए उम्मीदवार प्रणव मुखर्जी टॉप पद के लिए अपना नामांकन दाखिल करने से पूर्व आगामी 26 जून को केन्द्रीय वित्त मंत्री के पद से इस्तीफा देंगे।

मुखर्जी ने शनिवार को यहां वीरभूम जिले में अपने पैतृक गांव में बातचीत में कहा, 'मैं 26 जून को केन्द्रीय वित्त मंत्री के पद से इस्तीफा दूंगा और कांग्रेस कार्यसमिति से एक दो दिन में ही इस्तीफा दे दूंगा।'उन्होंने कहा कि वह पहले भी वित्त मंत्री के पद से इस्तीफा दे सकते थे लेकिन प्रधानमंत्री के देश से बाहर होने के कारण उन्हें कई मामलों पर ध्यान देना था। इससे पहले दिन में कोलकाता में उन्होंने कहा था कि वह रविवार को ही अपने पद से इस्तीफा दे देंगे।

Thursday, 14 June 2012

क्या है राष्ट्रपति चुनाव का गणित?

राष्ट्रपति चुनाव की लड़ाई अपने निर्णायक मुकाम पर पहुंच चुकी है। रायसीना हिल पहुंचने के रास्ते में वही विजेता बनेगा, जिसे देश के सबसे अधिक विधायक और सांसदों का समर्थन हासिल होगा। इस बार वोटों की गणना इस कारण से अधिक महत्वपूर्ण और प्रासंगिक हो गई है क्योंकि किसी भी दल या घटक के पास अपने बूते राष्ट्रपति बनाने की ताकत नहीं है। ऐसे में समर्थन के लिए तमाम दलों को एक दूसरे की जरूरत पड़ेगी।

राष्ट्रपति चुनाव 2012 में कितने लोग वोटिंग करेंगे

लोकसभा सांसद - 543
राज्यसभा सांसद - 243
देश के कुल विधायक - 4,120
कुल वोटरों की संख्या - 4,896
कुल 4,120 विधायकों के वोटों की संख्या - 5,49,474
कुल 776 सांसदों के वोटों की संख्या- 5,49,408


एक विधायक की कीमत : किस राज्य में सबसे ज्यादा

उत्तर प्रदेश - 208
तमिलनाडु - 176
झारखंड - 176
महाराष्ट्र - 176
बिहार - 173
केरल - 152
प. बंगाल - 151
गुजरात - 147

जिन राज्यों में एक विधायक की कीमत 10 से कम
सिक्किम - 7
अरुणाचल प्रदेश - 8
मिजारेम - 8
नागालैंड - 8

दिल्ली के एक विधायक की कीमत - 58

सबसे अधिक वोट वाले राज्य

यूपी - 83,824
महाराष्ट्र - 50,400
प. बंगाल - 44,304

2007 में चुनाव नतीजे

प्रतिभा पाटिल को मिले थे वोट 6,38,116
भैरों सिंह शेखावत को मिले थे वोट 3,31,306

वोटों का कैसे होता है निर्धारण

राष्ट्रपति चुनाव में देश के सभी निर्वाचित सांसद और विधायक वोट देते हैं। सांसदों और विधायकों के वोटों की कीमत तय की जाती है।

कैसे होती है वोटों की कीमत तय?

उदाहरण के तौर पर -
आंध्र प्रदेश की कुल जनसं?या (1971 की जनगणना पर आधारित) - 4,35,02,708
वहां एक विधायक के वोट की कीमत निकालने के लिए आंध्र प्रदेश विधानसभा की जनसं?या को डिवाइड करेंगे कुल विधायकों की सं?या (294) से और इसे 1000 से गुणा करेंगे। इसका नतीजा निकलेगा 148।

एक एमपी के वोट की कीमत
एक एमपी के वोट की कीमत निकालने के लिए सभी राज्यों के विधायकों के वोट को जोड़कर उसे लोकसभा के निर्वाचित 543 और राज्यसभा के निर्वाचित 243 सदस्यों से डिवाइड किया जाता है।

चुनाव की कुछ खास बातें

- वोटिंग गुप्त बैलेट के जरिए होती है
- 1952 में एक एमपी के वोट की कीमत 49
- राष्ट्रपति पद के चुनाव में खड़े होने वाले उम्मीदवारों को कम से कम 50 सांसद या विधायकों की ओर से अनुमोदन मिलना चाहिए। इसके लिए जमानत राशि 15 हजार रुपये की होती है।
- राज्यसभा के सेक्रेटरी जनरल चुनाव में रिटर्निंग ऑफिसर होते हैं।

Tuesday, 12 June 2012

देश की आर्थिक दुर्दशा से मूर्ति और प्रेमजी हताश...........

बेंगलुरु।। विपक्षी पार्टियां और अंतरराष्ट्रीय रेटिंग एजेंसियां के बाद देश के दिग्गज उद्योगपतियों ने भी यूपीए सरकार को आर्थिक कुप्रबंधन के लिए खुलेआम कोसना शुरू कर दिया है। भारतीय सॉफ्टवेयर इंडस्ट्री की शानदार कामयाबी से करीबी रूप से जुड़े दो लोगों ने यूपीए सरकार पर जमकर निशाना साधा। अजीम प्रेमजी और एन. आर. नारायणमूर्ति ने सरकार पर कुप्रबंधन का आरोप लगाते हुए कहा कि देश की आर्थिक संभावना को लेकर खतरा पैदा हो गया है।

मनमोहन सिंह सरकार पर की तल्ख टिप्पणी से कॉरपोरेट इंडिया के बीच सरकार की छवि का पता चलता है। आम तौर पर इस तरह की टिप्पणी सार्वजनिक रूप से देखने को नहीं मिलती है। देश की दूसरी सबसे बड़ी सॉफ्टवेयर कंपनी इन्फोसिस के सह-संस्थापक मूर्ति ने केंद्र की सरकार खासकर मनमोहन सिंह की तीखी आलोचना की है। उन्होंने मॉर्गन स्टैनली रिसर्च से कहा है कि 2004 से 2011 के दौरान भारत ने ज्यादा सुधार नहीं किए हैं।

11 जून की रिपोर्ट में मूर्ति के हवाले से कहा गया है, 'जब यह सरकार बनी थी तो काफी विश्वास था कि जो भी जरूरी होगा, भारत उसे करेगा क्योंकि जो व्यक्ति 1991 के आर्थिक सुधार का चेहरा था वह अभी हमारा प्रधानमंत्री है। इसलिए भारत से बाहर भी काफी उम्मीदे थीं। ऐसा लगता है कि पिछले 3-4 महीने में भारत की इमेज को जबर्दस्त धक्का पहुंचा है। एक भारतीय के रूप में मैं इस बात से बहुत दुखी हूं कि हम इस हालात में पहुंच गए हैं।'

पिछले कुछ महीनों से यूपीए सरकार पर यह आरोप लगते रहे हैं कि वह बड़े फैसले लेने में बहुत ज्यादा डरती है। इस दौरान ग्रोथ और इनवेस्टमेंट की रफ्तार सुस्त हुई है, इनफ्लेशन और डेफिसिट बढ़ा है और रुपया कमजोर हुआ है। सरकार यह राग अलापती रही है कि जो भी उसके हाथ में है, वह कर रही है। सरकार ने मौजूदा स्थिति की वजह गठबंधन सरकार की मजबूरियों, क्रूड ऑयल की ऊंची कीमतों और यूरोपीय क्राइसिस जैसे कारकों को बताया है, जिस पर उसका नियंत्रण नहीं है।

उधर विप्रो के संस्थापक और चेयरमैन प्रेमजी ने सोमवार को मुंबई में कंपनी के एनालिस्ट मीट में कहा, 'बतौर देश हम लीडर के बगैर काम रहे हैं।' उन्होंने यह बात उस दिन कही, जिस दिन स्टैंडर्ड ऐंड पुअर्स ने कहा कि भारत इनवेस्टमेंट ग्रेड गंवाने वाला पहला ब्रिक्स देश बन सकता है। बैठक में शामिल होने वाले कम से कम 5 एनालिस्ट ने ईटी से उनके इस बयान की पुष्टि की। उन्होंने कहा कि प्रेमजी ने यह भी कहा कि नीतिगत मामलों में सुस्ती किस तरह से इनवेस्टर सेंटीमेंट को खराब कर रही है। पिछले साल अजीम प्रेमजी और एचडीएफसी के दीपक पारेख जैसे 14 प्रमुख लोगों के समूह ने दो बार सरकार को पत्र लिखकर राजकाज के स्तर में सुधार करने की अपील की थी।

नोबेल पुरस्कार पर भी मंदी की मार....................

आर्थिक मंदी की मार दुनिया भर में नौकरियों पर ही नहीं पड़ रही है। इसकी वजह से दुनिया के सबसे प्रतिष्ठित सम्मान नोबेल पुरस्कार की इनामी राशि में भी 20% की कटौती की गई है। नोबेल फाउंडेशन ने एक बयान में कहा है कि साल 2012 के लिए पुरस्कार जीतने वालों को 80 लाख स्वीडिश क्रोनर यानी 11 लाख डॉलर मिलेंगे। वर्ष 2001 से अब तक पुरस्कार विजेताओं को 1 करोड़ क्रोनर (करीब 7.70 करोड़ रुपये) की पुरस्कार राशि दी जा रही थी।

नोबेल फाउंडेशन ने एक बयान में कहा है कि बोर्ड आफ डायरेक्टर्स की 11 जून को हुई बैठक में वर्ष 2012 के लिए पुरस्कार राशि घटाने का फैसला लिया गया है। फाउंडेशन ने कहा कि कटौती के लिए आर्थिक संकट जिम्मेदार है। बयान में यह भी कहा गया है कि उसकी आय कम हुई है, जबकि खर्च बढ़े हैं।

स्टॉकहोम स्थित नोबेल फाउंडेशन मेडिसिन, भौतिकी, रसायन शास्त्र, साहित्य, शांति और अर्थशास्त्र के क्षेत्र में नोबेल पुरस्कार देता है। नोबेल पुरस्कार के जनक अलफ्रेड नोबेल द्वारा छोड़ी गई वसीयत के पैसे में से ही यह पुरस्कार दिया जाता है।

फाउंडेशन के प्रमुख लार्स हीकेन्स्टेन ने बताया,'यह फैसला लेना हमारे लिए काफी कठिन था। बाजार में उथल-पुथल और संकट सबके सामने है और इसके अगले कुछ सालों तक बरकरार रहने की आशंका है।' उन्होंने कहा कि हमारे पास लंबे समय तक पूंजी की कमी न हो और आगे पुरस्कार देने में कोई दिक्कत नहीं आए, इसलिए यंह जरूरी कदम उठाया गया है।

Sunday, 10 June 2012

Corporation Bank Single Window Operators Recruitment Project:2012-13 Through (IBPS).....

No Of Posts-1500
Name of Posts-Single window Operator



**Corporation Bank has issued notification against recruitment of 1550 Single Window Operator Vacancies under Clerical Cadre. Candidates who have taken IBPS Common Written Examination for Clerical Cadre 2011-12 and who have a valid IBPS score card are only eligible to apply. Eligible candidates may apply online on or before 26-06-2012. Other details like age limit, educational qualification, application fee details, selection process and how to apply are given below…





**Candidates’ age must be between 18 years and 28 years. Cutoff date for determining age limit would be 01-08-2011. (Age relaxations will be extended as per Govt. rules).

**Candidates must be Graduates in any discipline from recognised University with 40% marks for General and 35% marks for reserved category candidates. Proficiency in Official Language and Computer literacy is must.

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aieee results-2012

AIEEE  has announced result at sunday
To chech Their result Click Here :-AIEEE RESULT-2012